- रिवर फ्रंट के निर्माण को लेकर हटाना था अकबरनगर के लोगों का घर
- आनन फानन में शुरू हुई थी, एलडीए की कार्रवाई, व्यापारियों ने मांगा था वक्त
नेशन स्टेशन डेस्क
लखनऊ:- हाई कोर्ट के आदेश के बाद बुल्डोजर कार्रवाई को फिरहाल कुछ समय के लिए रोक दिया गया है। हाई कोर्ट ने सरकार से कहा, पहले स्थानीय लोगों के रहने की व्यवस्था कीजिए। उसके बाद लोगों को वहां से विस्थापित करवाएं। बताते चलें कि लखनऊ विकास प्राधिकरण के प्रवर्तन दस्ते ने गुरुवार सुबह से ही इमारत को ध्वस्त करने का काम शुरू कर दिया था। तोड़ने का काम चालू होने के साथ ही वहां रहने वाले स्थानीय लोगों ने मंदिरों, मस्जिदों व स्थानीय प्रशासन के सामने भी कई बार मिन्नते की। बावजूद इसके सरकार के बुलडोजर तंत्र अपना काम करते रहे।इसके बाद स्थानीय लोगों ने अपनी गुहार लखनऊ बेंच स्थित हाई कोर्ट में लगाई, इसके बाद जस्टिस पंकज भाटिया की बेंच ने मामले पर सुनवाई की। जस्टिस भाटिया ने कहा कोर्ट में याचिकर्ताओं ने जमीन का स्वामित्व साबित नहीं किया है, परंतु लंबे समय से वहां पर रहने वाले लोगों के लिए पुनर्वास की व्यवस्था किए बिना कार्रवाई को ना किया जाए। इसके बाद अकबरनगर में सरकारी तंत्र के बुलडोजर कार्रवाई पर रोक लग गई।
सुबह 8:00 बजे से ही एलडीए के कर्मचारी व पुलिस प्रशासन के द्वारा अनाउंसमेंट के माध्यम से लोगों को शीघ्र ही अपने घरों को छोड़, जाने की चेतावनी जारी करना शुरु कर दिया था। कई घरों की बिजली के कनेक्शन काट दिए गए।तथा अयोध्या रोड पर स्थित फर्नीचर सहित अनेक शोरूम के अतिक्रमण को ध्वस्त करने की कार्रवाई भी शुरू हो गई। इसी बीच कई लोग अपना सामान समेट कर निकलने भी लगे, परंतु कोर्ट के आदेश के बाद लोगों में खुशी का माहौल एक बार फिर से दिखने लगा। स्थानीय निवासियों के अनुसार लेसा टीम ने मोहल्ले में लगा ट्रांसफार्मर व लोगों के कनेक्शन को भी काटना शुरु कर दिया था। जबकि स्थानीय लोगों के अनुसार लगातार नागरिकों द्वारा बिजली बिल, पानी बिल, हाउस टैक्स जमा किए जा रहे हैं।
खाली करने के लिए करनी पड़ी मशक्कत लोडिंग वाहनों की कतार ने शहर की रफ्तार को लगाई ब्रेक
लखनऊ शहर के अकबरनगर में लगभग 111 से अधिक दुकान व शोरूम स्थित है। जिसे अफसरों ने पहले ही तोड़ना शुरू कर दिया । इसके बाद बुलडोजरों के गरजने के साथ ही व्यापारी नेता स्थानीय लोगों के साथ लखनउ विकास प्राधिकरण व सरकार के आला अधिकारियों के चक्कर काटने लगे।इसके बाद वहीं पर स्थानियों के समर्थन में पहुंचे भाजपा नेता को भी पुलिस द्वारा पीट दिया गया। इसका वीडियो काफी तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। कार्रवाई के दौरान ही बादशाह नगर मेट्रो स्टेशन से लेकर लेखराज तक लोडिंग वाहनों के कतार देखने को मिले जिस पर लोग अपनी दैनिक उपयोगी वस्तुओं को ले जाने की जद्दोजहद करने में लगे हुए थे। और ब्रिज पर खड़े लोग वाहनों को रोक कर घटनाक्रम देख रहे थे। वही एरिया की टीम उनके हटने के लिए लगातार अनाउंसमेंट कर रही थी बताते चले की रात में भी कार्रवाई जारी रखने के लिए जनरेटर की भी व्यवस्था की थी जिसे कोर्ट के आदेश के बाद वापस कार्यशाला भेज दिया गया।
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