- आलमबाग डिपो की केंद्र प्रभारी राधा प्रधान अधिकारियों की सह पर करती हैं,उपस्थिति पंजिका में छेड़छाड़
- लखनऊ रीजन में वायरल हो रही अधिकारियों की मिलीभगत
न्यूज़ डेस्क
लखनऊ:- लखनऊ क्षेत्र के आलमबाग डिपो में अधिकारियों की मिली भगत साफ तौर पर देखी जा सकते हैं ।बताते चलें कि,मामला उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के लखनऊ क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले आलमबाग डिपो का है।जहां पर तैनात केंद्र प्रभारी राधा प्रधान अधिकारियों की सह पर उपस्थिति पंजिका में अक्सर छेड़छाड़ से चर्चा का विषय बनी रहती है। बताते चलें कि इसके पहले भी केंद्र प्रभारी का 2 जनवरी 2024 को निलंबन की संस्तुति सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक उपनगरीय डिपो द्वारा जीरो आउटसेडिंग को लेकर की जा चुकी है।परंतु अधिकारियों के समर्थन के बदौलत निलंबन के बजाय केंद्र प्रभारी राधा प्रधान का आलमबाग डिपो में स्थानांतरण कर दिया गया। वहां पहुंचने के साथ ही केंद्र प्रभारी अपने अहम को और अधिक मजबूत करने में लग गई।इसके बाद उनके द्वारा उपस्थिति पंजिका में काटपीट कर अपने मन मुताबिक कॉलमों को भर दिया गया। जो इस समय सुर्खियों में बना हुआ है। बताते चलें कि केंद्र प्रभारी पहली बार अपने इन कारनामों की वजह से चर्चा में नहीं आई है।इसके पहले भी उनके मन मुताबिक कार्यशैली के चलते वह अक्सर चर्चा का विषय बन चुकी है। परंतु अधिकारियों के सपोर्ट के चलते कोई भी उनका बाल बांका करने में असफल रहता है।
उपनगरीय डिपो में भी हो चुका हैं निलंबन का आदेश
2 जनवरी 2024 में सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक उपनगरीय डिपो तत्कालीन केंद्रप्रभारी राधा प्रधान को निलंबितकिए जाने की संस्तुति दे चुके है। परंतु उच्च स्तर के अधिकारियों की मिली भगत के चलते केंद्र प्रभारी का उपनगरीय डिपो से आलमबाग डिपो स्थानांतरण कर दिया गया।परंतु वहां भी केंद्र प्रभारी अपने रसूख़ के चलते उपस्थिति पंजिका में काटपीट कर सरकार के सेवा नियमों की धज्जियाँ उड़ाने में लगी हुई है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
मामले के बाबत जब नेशन स्टेशन संवाददाता ने परिवहन मंत्री से बात की तो उन्होंने कहा इस तरह की संवेदनशील गतिविधियां बिल्कुल भी अक्षम्य है । इस तरह की गतिविधियों की जाँच हेतु टीम गठित की जाएगी। जिसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए वैधानिक कार्रवाई पूर्ण की जाएगी।