रिपोर्ट- विजय कुमार
लखनऊ।चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश में तीन दिन तक चुनावी तैयारियों का जायाजा लेने के बाद गुरुवार को कहा कि सभी राजनीतिक दल उत्तर प्रदेश में समय पर चुनाव चाहते हैं।लखनऊ में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों से राय ली गई है।अधिक से अधिक लोगों ने भागीदारी की कोशिश की। पुलिस प्रशासन से भी इंतजाम पर बात की गई है।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा सभी राजनीतिक दलों ने कहा कि कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए समय पर चुनाव कराए जाएं।कुछ दलों ने रैलियों में कोविड प्रोटोकॉल के उल्लंघन पर भी चिंता जाहिर की।महिला मतदाताओं की सुरक्षा को लेकर और महिला मतदाताओं की पहचान के लिए व्यवस्था करने की भी सलाह दी गई है। कुछ दलों ने कुछ अधिकारियों पर पक्षपात का आरोप लगाया,अधिकतर राजनीतिक दलों ने धनबल, शराब आदि के प्रयोग को लेकर लेकर चिंता जाताई है।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि राजनीतिक दलों से चर्चा के बाद सभी एसपी, डीआईजी, कमिश्ननर से मिलकर हालात का जायजा लिया गया। इसके बाद सभी नोडल अधिकारियों से चर्चा की गई। सबसे अंत में मुख्य सचिव, डीजीपी और अन्य अधिकारियों से बातचीत की।
बढ़ाए गए 11 हजार बूथ
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि यूपी में करीब 15 करोड़ मतदाता हैं। 52 लाख से अधिक नए मतदाता हैं। 800 पोलिंग स्टेशन पर महिला पोलिंग अधिकारी की तैनाती होगी। 5 जनवरी तक फाइनल मतदाता सूची जारी हो जाएगी।कोरोना की वजह से बूथों पर मतदाताओं की अधिकतम संख्या में कमी की गई है। इसके लिए पोलिंग बूथ की संख्या को 11 हजार तक बढ़ाया जाएगा।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि इस बार बुजुर्गों-दिव्यांगों और कोरोना संक्रमितों को घर से वोट करने की सुविधा दी जाएगी।