- प्रतापगढ़ के कुंडा से विधायक है राजा भय्या
- तलाक़ के लिए दिल्ली के साकेत कोर्ट में दी थी अर्जी,10 लाख गुजारा भत्ते की मांग
दिल्ली:- राजा भैया व भानवी सिंह के तलाक मामले ने नया मोड़ ले लिया है। अभी तक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने तलाक की जो अर्जी दी थी। उसे भानवी सिंह ने स्वीकार करने से ही मना कर दिया था। फिरहाल मामले में भानवी सिंह व उनके ससुर उदय प्रताप सिंह दिल्ली के साकेत कोर्ट पहुंचकर अपने-अपने बयान दर्ज कराए हैं। साथ ही भानवी ने राजा भैया से गुजारा भत्ते के नाम पर 10 लाख रुपया प्रत्येक महीने देने की बात भी कोर्ट के सामने रखी है। सूत्रों के अनुसार सुनवाई के दौरान भानवी सिंह के वकील ने मीडिया ट्रायल से बचने के लिए सुनवाई को कैमरे के सामने करने की मांग की है। फिरहाल पलटवार करते हुए राजा भैया के वकील ने भानवी सिंह व उनके ही परिजनों पर मीडिया में बोलने का आरोप लगाया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए साकेत कोर्ट ने किसी भी पक्ष से ज्यादा कुछ बोलने से बचने को बोला है।
आईए जानते हैं शादी के बंधन में कब बंधे थे राजा भैया और भानवी सिंह
गौरतलब है कि राजा भैया अपनी पत्नी भानवी सिंह से तलाक चाहते हैं। लेकिन इसी के साथ एक दूसरा पहलू यह भी है कि दोनों राजा भैया और भानवी सिंह काफी फेमस कपल्स में एक माने जाते हैं। दोनों की जोड़ी काफी ज्यादा पसंद की जाती है। भानवी सिंह खुद एक राजघराने से ताल्लुक रखती हैं। साल 1995 में दोनों शादी के बंधन में बंधे थे। और दोनों के 4 बच्चे भी हैं। दो बेटियां और दो बेटे। दरअसल दोनों की लड़ाई की शुरुआत राजा भैया के एक चचेरे भाई अक्षय प्रताप सिंह के मामले से शुरू हुई। राजा भैया के चचेरे भाई अक्षय प्रताप सिंह पर भानवी सिंह ने गंभीर आरोप लगाए थे। भावनी ने कहा था, कि अक्षय प्रताप सिंह उनकी कंपनी में गलत इरादे से काम कर रहे हैं, वो कंपनी के चल-अचल संपत्ति पर अपना अधिकार जमाकर उन्हें बेचना चाहते हैं। भानवी ने अक्षय के खिलाफ दिल्ली की अपराध शाखा में केस दर्ज करवाया था। भानवी श्री दा प्रॉपर्टीज की मालकिन है, जबकि अक्षय प्रताप सिंह एमएलसी हैं। भानवी ने कहा था अक्षय ने उनके जाली हस्ताक्षर करके उनके शेयर हड़प लिए हैं।
