रिपोर्ट- विजय कुमार 


मसौली, बाराबंकी। गर्भ में पल रहे सन्तान की चाह में बहनोई ने अपने सगे सम्बन्धियो के साथ मिलकर किया साले का कत्ल स्वाट एव मसौली पुलिस ने मृतक के बहनोई सहित तीन लोगों को आलाकत्ल के साथ गिरफ्तार कर राजेश वर्मा हत्याकाण्ड का किया खुलासा।

उल्लेखनीय हो कि एक पखवाड़ा पूर्व 6 दिसम्बर की भोर थाना क्षेत्र के शहाबपुर नहर पटरी पर मिले एक 25 वर्षीय युवक के शव शिनाख्त राजेश वर्मा पुत्र रामप्रसाद निवासी ग्राम बिंदौरा परसपुर थाना रामनगर के रूप में हुई थी जो वर्तमान समय मे नगर कोतवाली क्षेत्र के हजाराबाग में कमरा किराये पर लेकर पत्नी के साथ रहता था। पुलिस अधीक्षक अनुराग वत्स ने राजेश हत्याकांड के खुलासे के लिए साक्ष्यों को एकत्रित कर हत्या में संलिप्त अभियुक्तों की गिरफ्तारी करने हेतु पुलिस टीमों का गठन किया था । घटना स्थल का फोरेंसिक टीम व डॉग स्क्वाड टीम द्वारा निरीक्षण कर मौके से वैज्ञानिक साक्ष्य एकत्रित किया गया। गठित पुलिस टीम द्वारा मैनुअल इंटेलीजेंस एवं डिजिटल डेटा के आधार पर अथक प्रयास करते हुए मृतक के सगे बहनोई प्रदीप कुमार वर्मा पुत्र बाबूराम निवासी मो0 रसूलपुर मकान नं0- 8/323 निकट सेण्ट्रल बैंक थाना कोतवाली नगर व सुशील कुमार वर्मा पुत्र रामहर्ष वर्मा निवासी टाड़पुर थाना मोहम्मदपुर खाला जनपद बाराबंकी,हाल पता- मकान नं0 22, शिवपुरी कमता थाना चिनहट जनपद लखनऊ , राजकुमार वर्मा पुत्र शम्भू दयाल वर्मा निवासी जोगामऊ थाना रामनगर जनपद बाराबंकी को रामनगर तिराहे से गिरफ्तार कर कब्जे व निशांदेही से 01 अदद आलाकत्ल(हथौड़ी)  घटना में प्रयुक्त मोटर साइकिल टीवीएस- UP 41 AM 7305, टूटा हेलमेट बरामद किया गया। 

                          

पुलिस पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि मृतक राजेश और हम लोग लेबर व राजमिस्त्री का काम करते है। मृतक राजेश वर्मा का बहनोई प्रदीप वर्मा है तथा प्रदीप वर्मा का बहनोई सुशील वर्मा है । सुशील वर्मा के कोई सन्तान नहीं थी तो 3 वर्ष पूर्व प्रदीप वर्मा की पुत्री हुई जिसको सुशील वर्मा ने अपने पास ले लिया था। इधर प्रदीप वर्मा की पत्नी कुछ कठिनाई की वजह से मां नहीं बन सकती थी तो प्रदीप वर्मा व उसकी पत्नी द्वारा अपनी पुत्री जो सुशील वर्मा के पास थी, को वापस मांग रहे थे। मृतक राजेश वर्मा ने अपनी शादी बिहार प्रान्त से की थी और उसकी पत्नी वर्तमान में गर्भवती है। सुशील वर्मा और प्रदीप वर्मा द्वारा मृतक राजेश से पैदा होने वाली सन्तान को सुशील वर्मा को देने के लिए कहा जा रहा था। लेकिन मृतक राजेश मना कर रहा था। सुशील वर्मा जनपद लखनऊ के चिनहट क्षेत्र में रहकर राजमिस्त्री का काम कर रहा था और वहीं इसके साथ राजकुमार वर्मा भी काम करता था। कुछ दिन पूर्व सुशील, राजकुमार व प्रदीप ने राजेश को मारने की योजना बनाई कि राजेश को मार देगें तो होने वाले बच्चे को सुशील ले लेगा और उसकी पत्नी को भी अपने साथ रख लेगा। मृतक राजेश जनपद लखनऊ के कृष्णानगर क्षेत्र में लेबर का काम कर रहा था। योजनानुसार 5 दिसम्बर को प्रदीप द्वारा मृतक राजेश के काम करने वाले स्थान पर सुशील और राजकुमार को ले जाया गया । सुशील और राजकुमार ने राजेश को जेसीबी पर काम दिलाने के बहाने रामनगर चलने के लिए कहा तथा सफेदाबाद में रूक कर शराब भी पिये । उसके उपरान्त रामनगर पहुंचने पर वहां कोई नहीं मिला फिर वहां से वापस आते समय मोटर साइकिल को शहावपुर नहर पटरी पर मोड़ दिया तथा कुछ दूर चलने के उपरांत बहाना बनाकर रूक गये और गाड़ी में पहले खरीद कर रखी हथौड़ी से मार कर राजेश की हत्या कर दी। सुशील वर्मा आपराधिक प्रवृत्ति का है जिसका आपराधिक इतिहास भी है। 

राजेश वर्मा हत्याकांड का खुलासा करने वाली 

स्वाट एव सर्विलांस टीम के प्रभारी निरीक्षक अनिल कुमार पाण्डेय उपनिरीक्षक करूणेश पाण्डेय,  परमानन्द पाण्डेय, विजय बहादुर पाण्डेय , असलम खान, प्रभारी निरीक्षक मसौली पंकज कुमार सिंह, उपनिरीक्षक मुन्ना कुमार, अब्दुल रहमान खान, सुधीर यादव, हेड कॉन्स्टेबल पप्पू यादव, राजीव कुमार सिंह, जितेंद्र कुमार तनवीर अहमद,  आदिल हाशमी , अरविन्द सिंह, इदरीश, अभिमन्यु सिंह, शैलेन्द्र सिंह,  प्रवीन शुक्ला,  जितेन्द्र वर्मा,  मजहर अहमद, जुबेर अहमद,  अनुज वर्मा,  सुधाकर भदौरिया, जरनैल सिंह, शैलेन्द्र कुमार, दिव्यांश यादव  सुभान अली, की सराहना की।

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