- बहुत कम लोग जानते हैं बल्लू राय का असली नाम ‘उमेश सिंह’।
- योगी के दूसरे कार्यकाल में भी ओएसडी के पद पर कायम है बल्लू राय।
विनय प्रताप सिंह।
लखनऊ। गोरखपुर: यदि आप राजनीति से थोड़ा भी संबंध रखते हैं तो इस नाम को बखूबी जानते होंगे क्योंकि योगी आदित्यनाथ के खास आदमियों के नाम आने में सबसे ऊपर बल्लू राय उर्फ़ उमेश सिंह का नाम आता है। क्या आपको पता है कि पिछले लगभग 26 साल से सीएम योगी आदित्यनाथ का साया बनकर यह शख्स चलता है। यही वह शख्स है जो योगी के फोन से किसी भी अधिकारी को कभी भी तलब कर सकता हैं। वैसे तो यह शख्स योगी आदित्यनाथ का बहुत पुराना साथी है, किंतु यह चर्चा में तब आया था जब पिछली सरकार में योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बने थे और उनके साथ सीएम आवास में उनका ओएसडी बन कर बल्लू राय को भी जगह मिली। तब से आज तक वह जिम्मेदारी निभा रहे हैं। योगी आदित्यनाथ के सबसे खास और विश्वास पात्र लोगों में पहला नाम इन्हीं का आता है। इसीलिए यह मठ से लेकर सीएम आवास तक योगी के साथ साए की तरह रहते हैं। आपको बता दें कि पिछले 26 सालों से योगी आदित्यनाथ की सेवादारी में लगे हैं। यह कई जगह आपको सीएम योगी के साथ नजर आए होंगे कभी उनकी फाइल पकड़े, कभी उनके कानों में फुशफुशाते, तो कभी उनके फोन से बात करते। बल्लू राय का असली नाम ‘उमेश सिंह’ है। गोरखपुर जिले के पिपराइच विधानसभा क्षेत्र के सिरसिया गांव के रहने वाले हैं। बल्लू राय लंबे समय से गोरक्ष पीठ से जुड़े हुए हैं। उनके परिवार की तीन पीढ़ियां भी इस पीठ से जुड़ी रही है।
बल्लू राय के बाबा का नाम स्वर्गीय राम नारायण सिंह था, वह भी गोरक्ष पीठ के पीठाधीश्वर रहे दिग्विजय नाथ जी महाराज के सेवादार थे। जबकि उनके पिता विजय राय महंत अवैध नाथ के सेवादार रह चुके हैं। इसके अलावा बल्लू राय के चाचा अयोध्या राय भी गोरक्ष पीठ से जुड़े रहे थे। बल्लू राय के पिता भी योगी आदित्यनाथ से जुड़े थे।
बकौल योगी आदित्यनाथ “मैं बल्लू की ईमानदारी, कर्तव्यनिष्ठा, वक्त की पाबंदी, मृदुभाषी और विनम्र स्वभाव के कारण उनको अपने सबसे खास आदमियों में गिनती करता हूं।”
जहां महाराज जी एकदम कड़क मिजाज के लिए जाने जाते हैं, वही बल्लू राय सौम्य एवं सरल स्वभाव के लिए जाने जाते हैं। हमारी जानकारी के अनुसार बल्लू राय ही वह शख्स है जो योगी आदित्यनाथ का चेहरा देखकर उनके मन का भाव पढ़ लेते हैं। मुख्यमंत्री से मिलवाने से लेकर उनका फोन उठाने तक की सभी जरूरतें बल्लू राय पूरी करते हैं। उनके करीबी लोगों का कहना है आदित्यनाथ को कभी गुस्सा आ जाता है तो बल्लू राय को उसका तुरंत अंदाजा हो जाता है। इसके पहले कि योगी उस शख्स पर अपना गुस्सा निकाले, बल्लू राय उस शख्स को समझा-बुझाकर योगी के गुस्से का शिकार होने से बचा लेते हैं।योगी आदित्यनाथ को कब और कहां जाना हैं,उनके हर लोकेशन की जानकारी आज भी केवल बल्लू राय को होती हैं।
बल्लू राय से जब योगी आदित्यनाथ के विषय में पूछा गया, तो उनका कहना था “आप महाराज जी के गर्म स्वभाव को ही देखे हैं। आप उन्हें कड़क मिजाज के लिए ही जानते हैं, किंतु यदि आप महाराज जी से मिलकर सीधे और साफ शब्दों में अपनी समस्या रखते हैं, तो महाराज जी मौके पर ही उसका निदान करना पसंद करते हैं। महाराज जी को बेईमान और झूठे लोगों से सख्त नफ़रत हैं, और वे वक्त के बड़े पाबंद हैं। उनका कहना है जहां महाराज जी हिंदूवादी छवि के लिए जाने जाते हैं। वही वह किसी जाति विशेष के विरोधी भी नहीं है, किंतु देश के गद्दारों के लिए उनके दिल में कोई जगह नहीं। मैं 2004 से उनके साथ हूं, उनकी छोटी बड़ी सभी आदतों से वाकिफ हूं।”
लेखक- विनय प्रताप सिंह,राजनीतिक संपादक |